Reply To Rakhi sawant and Sana khan | हर मुसलमान को हिजाब के बारे में ये बातें जान लेनी चाहिए

सना खान और राखी सावंत को जवाब!


हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो Viral किया जा रहा है, जिसमे दो लड़कियाँ जो टीवी कलाकार हैं, बुर्का पहनने के इस्लामी हुक्म का मज़ाक उड़ा रही हैं और इस तरह क़ुरआन और इस्लाम मे कमियाँ निकाल कर इस्लाम को बदनाम कर रही हैं।



बताया जा रहा है कि यह वीडियो 24 नवम्बर का है जिसमे अक्सर उल्टे सीधे बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाली साइड एक्ट्रेस राखी सावंत और सना खान हैं। वे दोनों वीडियो में कहती नज़र आ रही हैं कि मुस्लिम घरानों में लड़कियो को बुरका पहनने को कहा जाता है और वो सवाल उठाती है कि मुस्लिम लोग लड़को को आंखों पर पर्दा डालने को क्यों नही सिखाते।

आइये हम इनके उठाए गए सारे सवालों के जवाब आपके सामने पेश कर देते हैं।

क़ुरआन की सिर्फ एक आयत इनके सवालों के लिए काफी है।
अल्लाह,  क़ुरआन में सूरह नूर, अध्याय 24 आयत 30 में मर्दो को हुक्म देते हैं -
ए मुहम्मद (स) आप मुस्लिम मर्दो से कह दीजिए कि अपनी नज़रों को नीचे रखे और अपने गुप्तांगों की हिफाज़त करे यही उनके लिए बेहतर है।

इस आयत में मर्दो को हुक्म देने के बाद अल्लाह ने आयत 31 में औरतों को पर्दे का हुक्म दिया:

 ए मुहम्मद (स) मुस्लिम औरतों से कह दीजिए कि वे अपनी नज़रे नीचे रखें और खुद को ढकें और गुप्तांगों की हिफाज़त करे...

सना खान जो खुद को मुस्लिम होने का दावा कर रही हैं शायद उन्होंने पूरी उम्र क़ुरआन को पढ़ा ही नही, अगर पढ़ लेती तो शायद मीडिया के सामने इस्लाम पर वो सवाल उठाती ही नही जिसका हल खुद क़ुरआन में मौजूद हैं।

इस बात से इतना तो जाहिर हो जाता है कि ये साइड एक्ट्रेस शायद सुर्ख़ियो में आने के लिए इस्लाम पर ऐसे सवाल उठा रही हैं। आजकल हर कोई सुर्खियों में आने के लिए इस्लाम पर सवाल उठाकर सुर्खियां बटोरता है। 

ये दोनों एक्ट्रेस खुद को औरतो का हमदर्द बता रही है और Women Empowerment की बड़ी बड़ी बातें कर रही हैं। हकीकत में इनका women empowerment औरतो के कपड़े उतारने तक ही सीमित रहता है। इन नारिवादियो को फिल्मो में काम ही वही मिलता है जहाँ इन्हें जिस्म को खोलकर दर्शकों के सामने पेश करना हो।

ये Women Empowerment इस्लाम के दिये अधिकारों से बहुत कम है, इस्लाम ने औरतों के अधिकारों को 1400 साल पहले ही बयान कर दिया। खुद मुहम्मद (स) की पत्नी आयशा (र) गणित , शायरी, भूगोल, इतिहास, धर्मशास्त्र में माहिर थीं।

हम यहां सिर्फ इतना बताना चाहते हैं कि हकीकत में हिजाब औरतो की हिफाज़त करता है जबकि ये रंगीन आर्ट और कल्चर की बातें सिर्फ औरतों के कपड़े को कम करने तक ही सीमित रहती हैं।

इस्लाम दुनिया का सबसे तेज़ी से फैलने वाला धर्म है और आज इस्लाम अपनाने वालों में 60% महिलाएं ही हैं। इस आर्टिकल को हम जापान की नकाता खौला के स्टेटमेंट से खत्म करेंगे जो पहले बिकनी और अब हिजाब पहनती हैं, वो कहती हैं :

‘‘ये बिल्कुल ग़लत धारणा है कि मुस्लिम महिलाएं अपने पति के दबाव के कारण पर्दा धारण करती हैं। सत्य तो यह है कि इससे उसकी मर्यादा की रक्षा होती है और वह दूसरों के कंट्रोल से अपने आपको बचा लेती है। दया योग्य हैं वह ग़ैर-मुस्लिम महिलाएं जो अपने शरीर की नुमाइश करती फिरती हैं।’’




नकाता खौला
Image source : http://meme.axipix.ru



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